कड़क, ज्यादों से जोड़ा जाने वाला शब्द, या पुन:पुनरुत्थापित करने वाला शब्द हो जैसे "कार्की" (karki), ख
ेल और सौन्दर्य को एकत्र जोड़ता है
। ??ह शब्द भारतीय संस्कृति में पर्यटन, व्यञ्जन और संगीत को सम्बोधित करने वाला है
। ??दा?
??र??? के लिए, "कार्की" एक लोकप्रिय त्योहार हो, जिसमें
अपने घरों में स्वादिष्ट व्यञ्जन बनाते हैं और परिवार के सदस्यों के बीच म
ेला
द??ते हैं।
इसके अलावा, "कार्क" (kark) एक प्रकार का ख
ेल भी हो सकता है
। ??ह ख
ेल, ज्यादों के साथ जोड़ा जाता है, युवाओं और बेटियों के लिए एक उत्सव की तरह होता है
। ??स ख
ेल में, भागید्वारा एक रूपरेखा बनाई जाती है और अन्य भागीदारों से सामना कराने के लिए तैयार किए जाते हैं।
कड़क, इसके विभिन्न रूपों में, सिर्फ ख
ेल नहीं होता बल्कि सौन्दर्य भी है
। ??दा?
??र??? के लिए, "कार्का" (karka) एक प्रकार का या पेय हो सकता है, जो शास्त्रियों और त्योहारों के
द??रान इस्तेमाल होता है
। ??ह स्वादिष्ट हुन्नालाकोठी (hunnalakothi) नाम की एक प्रकार की चाय हो सकती है, जो मुंगेरालमण्डल पर पूज्य है।
कड़क, इसके विभिन्न संस-IDHारों में, हर जगह पर उत्सव लाता है
। ??ानि Whether it's food, game or fashion, kark always brings joy and flavor to life!